Add

Friday, 28 December 2018


1- Jh _"kHk nso ¼Hkxoku ukjk;.k ds vorkj½ czãkth
2- vk=s; ¼v=h½ ¼iRuh-vuqlw;k@Hknzk ½
3- lkse ¼dbZ ihf<+;ksa i'pkr½
              lkse ls pUnz oa'k izkjEHk

4- cq) ¼dbZ ihf<+;ksa i'pkr½
5- i:jok ¼dbZ ihf<+;ksa i'pkr½
6- vk;q ¼dbZ ihf<+;ksa i'pkr½
7- y?kq ¼dbZ ihf<+;ksa i'pkr½
8- Qsj ¼dbZ ihf<+;ksa i'pkr½
9- t;ar ¼dbZ ihf<+;ksa i'pkr½
10- pUnzdhfrZ ¼dbZ ihf<+;ksa i'pkr½
11- gfjjktk ¼gfjoa'k izkjEHk½
12- n"Vkn ¼dbZ ihf<+;ksa i'pkr½
13- vtksu ¼dbZ ihf<+;ka s i'pkr½
14- vf/kifr ¼dbZ ihf<+;ksa i'pkr½
15- FkkbZ ¼dbZ ihf<+;ksa i'pkr½
16- ljesUnz
17- mesdj
18- fp=
19- fp=jFk
20- pØ/ku
21- v"Vdj
22- pUnzdqekj
23- vk=s;
24- lgL=ktqZu
25- lkj
26- m)j.k
27- cfyfe=
28- izYgkn
29- e`xnRr
30- gfjfoHkze
31- Hko.k
32- nwly
33- >w>d
34- voulku
35- Hkwfeiky
36- uojFk
37- nljFk
38- 'kädqekj
39- i`FohHkj
40- lEkjFk
41- Js"Bifr
42- cfgyi=
43- ;nw ¼;nw oa'k izkjEHk½
44- lwj
45 lwjh lqohj
46 ek;klwjh lqchj
 va/kdo`Jh Hkkstxo`Jh
 olqnso leqnzfot; 
 mxzlsu
 dal
 olqnso
51- Jhd`".k
52- iz|qEu
53- vfu:)
54- otz
55- izfrckgw ¼vusd ihf<+;ka s ds i'pkr½
56- ckgw
57- lqckgw ¼vusd ihf<+;ksa ds i'pkr½
58- HkV~Vh ¼HkkVh oa'k izkjEHk-laor~ 336 esa
59 txlsu
60- lkfycge
61- Hkqouifr
62- Hkksijkt
63- eaxyjko
63- cq) ¼vusd ihf<+;ksa i'pkr½
65- cPNjkt
66- nsgy
67- ds'kj ¼dsgjjko&fo-laor~ 780½
68- r.kk ¼r.ksjko&?kaVh;kyh ekrk dk efUnj csuk;k 812 esa½1
69- fot;jko ¼fo- laor~ 877½
70- nsojkt fl) ¼yksnzok clk;k½
71- r.kq
72- ¼ensjko & fo- laor~ 985½
73- jko ckN
76- jko nqlkt chatjkt /khjkth lkxjdqy/kj Jh/kj jkt/kj
76 Hkkstnso
77- tSly ¼tSlyesj clk;k fol-1212½
78- lkfyokgu
79- jko chty
80- jko dY;k.k
81- jko pkpks cMks
82- jko d.kZ
83- jko y"k.k
84- jko iqU;iky
85- jko tSrlh
86- jko ewyjkt
87- jko nwny
88- jko "kMlh
89- jko dsgj
90- jko y[ke.k
91- jko oSjlh
92- jko pkcks
93- jko psbZphnkl
94- jko tSrlh
95- jko yw.kd.kZ
96- jko ekyns
97- jko gjnkl




भाटी गुर्जर

















Thursday, 27 December 2018

प्रतियोगिता का दौर

आजकल कम्पीटिशन का दौर चल रहा है और कोई भी कम्पीटिशन अपने दिमाग की मेहनत से ही जीता जा सकता है लेकिन शातिर दंबग पाखंडी कर्मकांडी दहशतवादी कभी भी सीधे भोले कमेरे किसान हाली पाली कास्तकार बुनकर शिल्पकार कलाकार नट बंजारे भील घुमन्तु अर्घघुमन्तु आदिवासी को उनका अपना दिमाग साम दाम दंड भेद के षड़यंत्र द्वारा काम में ही नहीं लेने देता। इसलिए वो लोग सफल नहीं हो पाते हैं। इसलिए उन्हे भी शातिर दंबग पाखंडी कर्मकांडी दहशत वादी लूटेरे पंडित मुल्ला भोपा बुआ की भांति ही नही उनसे भी तेज अपने दिमाग से ही हर काम बेहतरीन करना होगा।और उन्हे इंट का जवाब पत्थर से देकर उनसे भी आगे बड़ना होगा।जय किसान मजदूर जय जवान जय विज्ञान जय कमेरा इन्सान। दोस्तो दबे कुचले लोग फिल्म मदर इंडिया के किरदार वाले अब जागरुक होकर महाजन की चौपड़ी व ब्राह्मण की खोपड़ी व उनके पालतू लठेतो की हेकड़ी को दर किनार कर चुके है।जो उनके सामंन्तशाही बन्दन थे उन्हे तोड़कर आज समता सम्मानता समता शिक्षा का मैदान फतेह कर चुके है। अब हारा हुआ सामन्तवादी शेर अपने पुराने दिनों को याद कर करके रो रहा है। आज भारतीय जागरूक नागरिक जन्म के अधार की श्रेष्ठता को तरजीह नही दे रहा है। आज कमेरा किसान मजदूर कास्तकार बुनकर शिल्पकार कलाकार कारीगर भील बंजारा घुमन्तु अर्ध घुमन्तु आदिवासी भी अपनी जनसख्या के हिसाब से अपने हक अधिकार के बजट की डिमान्ड कर रहा है। इसलिए लूटेरे दंबग पाखंडी कर्मकांडी दहशतवादी लोगों का भांडा फूट रहा है। उनके पैरो के नीचे की जमीन स खसक रही है। इसलिए उन्हे भारतीय सविधान बुरी लग रही है।एक नागरिक एक मत अधिकार।अब काहेका जन्म के अधार पर श्रेष्ठ नीच होना? सबका सब नाटक है अब बेकार। अब जो काम करेगा उसका पेट भरेगा। जो साम दाम दंड भेद पाखंडवाद कर्मकांड का धन्धा करेगा वो जेल में सडेगा। जय भारत जय सविधान'गर्व से कहो हमारा भारत महान।