स्पेन मे गुर्जर:-
स्पेन के ग्रानाडा सूबे मे बहुत सी जगहों के नाम ऐसे है जो गुज्जर नाम से मिलते जुलते है इनमे से कासास दे गुइजररो(casas de guijarro) प्रमुख है इसके अलावा गोजर(gojar),गोर(gor), लोस गुअजारस(los guajares),ताजार(tajar),लूजर(lujar)मोबुजर(mobujar)ओगीजरेस(ogijares),गेरजल(gerjal)लुइजर(luijar),सोपोरतुजर(soportujar),उगीजर(उगीजर),ज़ुजर(zujar),अलमेगीजर(almegijar),काजर(cajar)एसुइजर(esiujar), इसके अलावा
हुएनेजा(hueneja),चौचिना(chauchina),बजाड़ो(bajado) कुछ ऐसे नाम है जो गुज्जरों की गोत्र से मिलते जुलते है।
ग्रेनाडा जिसका पुराना नाम ग्रेनाटा(stranger hill) था मे एक कोम आज भी बसती है ओर इस कोम का नाम है गुइजररो(guijarro) बोल चाल के लहजे मे गजररो(gjrro) बुलाया जाता है।स्पेन की गुइजररो(guijarro) जाती मूल रूप से पशु चारक थी जिसने तरक्की करके है स्पेन के हर सूबे मे अपना योगदान दिया है ये लोग ऊंचे कद,तीखे नैन नक्ष के पुरी तरह से आर्यन नस्ल के लोग है पर स्पेन के मूल यूरोपियन लोगो से रंग मे कुछ काले है।
इनकी उत्पत्ति के बारे मे अलग अलग विचार है इक धारणा के मुताबिक ये लोग श्वेत हून का इक कबीला थे जो अतीत मे भी गुइजर(गुइजर) नाम से जाना जाता था।ऐसा माना जाता है की ये श्वेत हून विशिगोथ लोगो के साथ स्पेन मे आया था।पांचवी सदि के शुरुआती दोर मे कोहकाफ(kohkaf,caucasus) के उत्तरी इलाके मे सफेद हुनो का विशिगोथ नाम की जाती को हराकर अपना गुलाम बना लिया था कुछ विशिगोथ भाग कर रोमन सम्राट की शरण मे चले गए थे ओर जब हूणों ने रोमन साम्राज्य पर हमला करके उसको भी हरा दिया तो ये विशिगोत स्पेन की तरफ चले गए ओर वहां टोलेडो(toledo) मे लगातार संघर्ष के दौरान इन जातियों मे आपसी विलयकरण होता रहा था बहुत से हून विशिगोथो के स्पेन पर हमले के दौरान विशिगोथ के साथी थे जबकि चौलोन(chaulon) की जंग मे बहुत से विशिगोथ हूनो के साथी थे ओर विशिगोथो का एक हिस्सा हूनो के खिलाफ रोमनो का साथ भी दे रहा था। कोहकाफ(kohkaf) मे गुलाम बनाया गया विसिगोथ पूरी तरह से हूणों मे समा गया था(भारत के गुज्जरों मे विशिगोथ/विशिगोरुस नाम मि एक गोत्र आज भी मौजूद है)।टोलेडो से आगे बढ़कर ग्रानाडा मे दाखिल होने मे विशिगोथो के प्रमुख सहायक गुइजर(guijar)ही था।
जब स्पेनी लोग दक्षिण अमेरिका महाद्वीप मे गया तो गुइजररो(guijarro) लोग भी काफी गिनती मे मैक्सिको(maxico),पोर्टो रीको(porto rico) आदि देशो मे जाकर बस गया जहा से उनके कुछ परिवार usa ओर कनाडा आदि देशो मे भी गया आज भी इन देशो मे ऐसे परिवार रहते है जो नाम के साथ गुइजररो(guijarro) ही लिखता है ओर बताता है।usa मे इन्हें गुअजर्डस(guajards) कहा जाने लगा है असल नाम गुअजर(guajar) है जेसे भारत मे गुर्जर गुजर,आमुहिक तोर पर गुआजरो (guajaro) को गुअजार्डस कह दिया जाता है।
अरबो के स्पेन के ऊपर हुए हमलों मे गुइजररो विशिगोथ से कंधे से कंधा मिलाकर लडा था।अरबो के स्पेन पर कब्जा कर लेने के बाद कुछ गुइजर(guijar) मुस्लिम भी बन गया था अरबो ने इन मुस्लिम गुइजरो को मुदेजर का नाम दिया।वेसे अरब गुइजररो(guijarro) को भारत के गुज्जरों की तरह ही ज़ुजर(zujar) कहता था।ज़ुजर नाम का इक दरिया भी पूर्वी ग्रेनाडा मे मौजूद है।
इन लोगो के लिए ये लाज़मी है की ये अपने नाम के पीछे अपनी जाती का नाम लिखे तथा शादिया भी अपनी ही जाती मे करते है।
ये हमारे लिए गर्व की बात है की गुर्जर दुनिया की सबसे बड़ी ओर अंतराष्ट्रीय नस्ल है।
स्पेन के ग्रानाडा सूबे मे बहुत सी जगहों के नाम ऐसे है जो गुज्जर नाम से मिलते जुलते है इनमे से कासास दे गुइजररो(casas de guijarro) प्रमुख है इसके अलावा गोजर(gojar),गोर(gor), लोस गुअजारस(los guajares),ताजार(tajar),लूजर(lujar)मोबुजर(mobujar)ओगीजरेस(ogijares),गेरजल(gerjal)लुइजर(luijar),सोपोरतुजर(soportujar),उगीजर(उगीजर),ज़ुजर(zujar),अलमेगीजर(almegijar),काजर(cajar)एसुइजर(esiujar), इसके अलावा
हुएनेजा(hueneja),चौचिना(chauchina),बजाड़ो(bajado) कुछ ऐसे नाम है जो गुज्जरों की गोत्र से मिलते जुलते है।
ग्रेनाडा जिसका पुराना नाम ग्रेनाटा(stranger hill) था मे एक कोम आज भी बसती है ओर इस कोम का नाम है गुइजररो(guijarro) बोल चाल के लहजे मे गजररो(gjrro) बुलाया जाता है।स्पेन की गुइजररो(guijarro) जाती मूल रूप से पशु चारक थी जिसने तरक्की करके है स्पेन के हर सूबे मे अपना योगदान दिया है ये लोग ऊंचे कद,तीखे नैन नक्ष के पुरी तरह से आर्यन नस्ल के लोग है पर स्पेन के मूल यूरोपियन लोगो से रंग मे कुछ काले है।
इनकी उत्पत्ति के बारे मे अलग अलग विचार है इक धारणा के मुताबिक ये लोग श्वेत हून का इक कबीला थे जो अतीत मे भी गुइजर(गुइजर) नाम से जाना जाता था।ऐसा माना जाता है की ये श्वेत हून विशिगोथ लोगो के साथ स्पेन मे आया था।पांचवी सदि के शुरुआती दोर मे कोहकाफ(kohkaf,caucasus) के उत्तरी इलाके मे सफेद हुनो का विशिगोथ नाम की जाती को हराकर अपना गुलाम बना लिया था कुछ विशिगोथ भाग कर रोमन सम्राट की शरण मे चले गए थे ओर जब हूणों ने रोमन साम्राज्य पर हमला करके उसको भी हरा दिया तो ये विशिगोत स्पेन की तरफ चले गए ओर वहां टोलेडो(toledo) मे लगातार संघर्ष के दौरान इन जातियों मे आपसी विलयकरण होता रहा था बहुत से हून विशिगोथो के स्पेन पर हमले के दौरान विशिगोथ के साथी थे जबकि चौलोन(chaulon) की जंग मे बहुत से विशिगोथ हूनो के साथी थे ओर विशिगोथो का एक हिस्सा हूनो के खिलाफ रोमनो का साथ भी दे रहा था। कोहकाफ(kohkaf) मे गुलाम बनाया गया विसिगोथ पूरी तरह से हूणों मे समा गया था(भारत के गुज्जरों मे विशिगोथ/विशिगोरुस नाम मि एक गोत्र आज भी मौजूद है)।टोलेडो से आगे बढ़कर ग्रानाडा मे दाखिल होने मे विशिगोथो के प्रमुख सहायक गुइजर(guijar)ही था।
जब स्पेनी लोग दक्षिण अमेरिका महाद्वीप मे गया तो गुइजररो(guijarro) लोग भी काफी गिनती मे मैक्सिको(maxico),पोर्टो रीको(porto rico) आदि देशो मे जाकर बस गया जहा से उनके कुछ परिवार usa ओर कनाडा आदि देशो मे भी गया आज भी इन देशो मे ऐसे परिवार रहते है जो नाम के साथ गुइजररो(guijarro) ही लिखता है ओर बताता है।usa मे इन्हें गुअजर्डस(guajards) कहा जाने लगा है असल नाम गुअजर(guajar) है जेसे भारत मे गुर्जर गुजर,आमुहिक तोर पर गुआजरो (guajaro) को गुअजार्डस कह दिया जाता है।
अरबो के स्पेन के ऊपर हुए हमलों मे गुइजररो विशिगोथ से कंधे से कंधा मिलाकर लडा था।अरबो के स्पेन पर कब्जा कर लेने के बाद कुछ गुइजर(guijar) मुस्लिम भी बन गया था अरबो ने इन मुस्लिम गुइजरो को मुदेजर का नाम दिया।वेसे अरब गुइजररो(guijarro) को भारत के गुज्जरों की तरह ही ज़ुजर(zujar) कहता था।ज़ुजर नाम का इक दरिया भी पूर्वी ग्रेनाडा मे मौजूद है।
इन लोगो के लिए ये लाज़मी है की ये अपने नाम के पीछे अपनी जाती का नाम लिखे तथा शादिया भी अपनी ही जाती मे करते है।
ये हमारे लिए गर्व की बात है की गुर्जर दुनिया की सबसे बड़ी ओर अंतराष्ट्रीय नस्ल है।
Jai gujjar
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